Monday, 7 September 2020

Terrorist

टेरेरिस्ट

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पापा-पापा 

टेरेरिस्ट कैसा होता है 

एक दिन मेरी बेटी ने मुझसे पूछा 

मैंने पुलिस मुठभेडो़ में मारे जाने वाले 

कुछ टेरेरिस्टों के फोटो जरूर देखे थे, 

लेकिन नहीं समझ आ रहा था कि 

कैसे अपनी बेटी को बताऊं 

कि वे भी हमारे ही जैसे मनुष्य होते हैं, 

बेटी ने पूछा क्या वे राक्षस होते हैं? 

"हां" में जवाब देना चाहा 

पर फिर रुक गया 

सोचा कि कहीं वह भयानक मुखौटों 

और 

सींग वाले दानवों की कल्पना न कर ले। 

कुछ देर बाद वह तो अपना सवाल भूल गई 

पर मुझे कचोटता रहा यह सवाल 

कि साधारण-सा आदमी 

आखिर क्यों बन जाता है टेरेरिस्ट 

क्यों पागलपन के जुनून में 

निहत्थे और निर्दोषों को 

भून डालता है नृशंसतापूर्वक गोलियों से 

खुद ही अपने शरीर पर बम बांधकर 

दूसरों को उडा़ डालता है 

और 

खुद भी अपने शरीर के चीथडे़-चीथडे़ कर डालता है 

टेरेरिस्ट के लिए कोई नियम-कानून 

कोई सीमा-मर्यादा 

कोई अच्छा या बुरा नहीं होता 

वह कुछ भी कर सकता है ...कुछ भी 

समाज व विश्व को डराने के लिए 

वह रूस में ओसेटिया के बेस्लान कस्बे में 

छोटे-छोटे बच्चों को बंधक बना सकता है, 

रोगियों से भरे अस्पतालों को 

आम आदमियों से भरे सिनेमाहालों को,  

बम और बंदूक की नोंक पर घेर सकता है 

वह कहीं भी-किसी चौराहे पर 

किसी भीड़ भरे बाजार में 

एंथ्रेक्स या जहरीली सेरीन गैस का 

इस्तेमाल कर सकता है। 

वह हवाई जहाज को भयानक अस्त्र में तब्दील कर 

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की भव्य इमारतों को गिराकर 

हजारों लोगों को बेमौत मार सकता है 

उसे परवाह नहीं 

अक्षरधाम मंदिर में पूजा कर रहे श्रद्धालुओं की 

ताज होटल में ठहरे मेहमानों की।

वह कुछ भी 

यानी वह सब-कुछ कर सकता है 

जिसकी स्वप्न में भी कल्पना नहीं की जा सकती 

वह जल में, 

थल में, नभ में 

पलक झपकते ही 

मचा सकता है प्रलय। 

टेरेरिस्ट का कोई चेहरा नहीं है 

वह आप में, 

मुझ में, 

किसी में भी, 

पैदा हो सकता है, 

वह एक ऐसा दैत्य है, 

जिसके लाखों मुंह और करोडो़ं हाथ हैं 

वह आज दुनिया के हर कोने में छिपा बैठा है, 

ऐसे में यदि मेरी बेटी, 

फिर पूछेगी मुझे कि, 

पापा टेरेरिस्ट कैसा होता है, 

तो कैसे बता पाऊंगा उसे, 

मानवता के 

इस भयानक चेहरे के बारे में, 

मैं आज तक भी ठीक-ठीक 

यह नहीं बता सकता कि

टेरेरिस्ट ऐसा होता है...। 

@ दिनेश कुकरेती

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Terrorist

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Papa papa

How is a terraist

One day my daughter asked me

I killed in police encounters

Must have seen photos of some terraists,

But it was not understood that

How to tell my daughter

That they are also humans like us,

The daughter asked are they demons?

Yes wanted to answer

But stayed again

Thought that he had terrible masks

And

Do not imagine horned demons.

After some time she forgot her question

But this question kept plaguing me

That ordinary man

Why the hell becomes a terrorist

Why madly obsessed

Unarmed and innocent

Fry with bullets brutally

Tying bombs on his body himself

Makes others fly

And

It itself also ruins its body

No rules

No limit

There is no good or bad

He can do anything ... anything

To frighten society and the world

He is in Beslan town of Ossetia, Russia

Can hold small children hostage,

Hospitals filled with patients

Cinemas full of common men,

Can surround bomb and gun point

At any intersection

In a crowded market

Of anthrax or poisonous serine gas

Can use

He turned the plane into a terrible weapon

By dropping the grand buildings of the World Trade Center

Can kill thousands of people

He doesn't care

The devotees worshiping at Akshardham Temple

Guests stayed at Taj Hotel

Anything he

That means he can do everything

Which cannot be imagined even in a dream

In the water,

In land

in the blink of an eye

A holocaust can happen

Terraist has no face

That in you,

in me,

in anything,

Can be born,

He is such a monster,

Which has millions of mouths and crores of hands

He is hiding in every corner of the world today,

So if my daughter,

Then I will ask you

How is Papa Terreist,

So how can I tell him,

Of humanity

About this terrible face,

I am still fine till today

Can't tell that

Terrorist is like that... 

 

@ Dinesh kukreti 




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