उत्तराखंड में सवा सौ प्रकार के पकवानों का खजाना
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दिनेश कुकरेती
विषम भूगोल वाले उत्तराखंड प्रदेश में कुल 97 प्रजाति की फसलें उगाई जाती हैं। इनसे यहां 125 से अधिक प्रकार के व्यंजन तैयार होते हैं। राष्ट्रीय पादप आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो (आइसीएआर) के भवाली स्थित क्षेत्रीय केंद्र की ओर से किए गए शोध में इसकी तस्दीक हुई है। शोध में पाया गया कि उत्तराखंड में पैदा होने वाली फसलों में अनाज की आठ, मोटे अनाज की छह, दालों की 15, साग-सब्जियों की 28, तिलहनों की 11, फलों की 19 और मसालों की दस प्रजाति शामिल हैं। विविधता वाली इन भोज्य सामग्रियों की उपलब्धता के पीछे पौष्टिकता का संतुलन भी छिपा हुआ है।
आइसीएआर के अनुसार उत्तराखंड में अनाज (कॉर्बोहाइड्रेट) की कुल 14 किस्में उगाई जाती हैं। इसके अलावा दालों (प्रोटीन) की 15, तिलहनों (वसा) की 11, फलों की 19 और साग-सब्जियों (खनिज, विटामिन व एंटी ऑक्सीडेंट) की 28 किस्में भी यहां पैदा होती हैं। खेतों में उगाई जाने वाली इन भोज्य सामग्रियों के साथ-साथ वनों में प्राकृतिक रूप से पैदा होने वाले और खाए जा सकने वाले फलों की भी यहां 67 किस्में मौजूद हैं। साथ ही साग-सब्जी बनाने लायक फूल, पत्ती व कंद-मूल की भी 27 प्रजातियां जंगलों में मिलती हैं। इन्हें उत्तराखंडी जनमानस पीढिय़ों से उपयोग में लाता रहा है।
बात उत्तराखंड में बनने वाले पकवानों की करें तो इनकी संख्या 125 से अधिक है और ऐसा इतने सारे भोज्य पदार्थों की उपलब्धता के चलते ही संभव हो पाया है। अकेले रोटी और विभिन्न प्रकार के भात की संख्या ही यहां 29 है। इसके अलावा 15 किस्म की दालें, छह प्रकार के फाणू व चैंसू, 19 प्रकार के मीठे पकवान, 11 प्रकार की विशेष सब्जियां, आठ प्रकार के झोल, दस प्रकार की चटनी, पांच प्रकार का रायता, दस प्रकार की बडिय़ां और पकौडिय़ां भी उत्तराखंड में बनाई जाती हैं।
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Treasury of 125 hundred types of dishes in Uttarakhand
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Dinesh Kukreti
A total of 97 species of crops are grown in Uttarakhand with heterogeneous geography. More than 125 types of dishes are prepared here. This has been substantiated by research conducted by the National Center for Plant Genetic Resources (ICAR) at the regional center at Bhawali. Research has found that crops grown in Uttarakhand include eight cereals, six coarse grains, 15 pulses, 28 of vegetables, 11 of oilseeds, 19 of fruits and ten of spices. The nutritional balance is also hidden behind the availability of these diversified food items.
According to ICAR, a total of 14 varieties of grain (carbohydrate) are grown in Uttarakhand. Apart from this, 15 varieties of pulses (protein), 11 of oilseeds (fats), 19 of fruits and 28 varieties of vegetables (minerals, vitamins and anti-oxidants) are also produced here. Along with these food items grown in the fields, there are 67 varieties of naturally grown and eaten fruits in the forests. Along with this, 27 species of vegetable, flower, leaf and tuber origin are found in the forests. Uttarakhandi people have been using it for generations.
Talking about the dishes made in Uttarakhand, their number is more than 125 and this has been possible only due to the availability of so many food items. The number of bread and different types of rice alone is 29 here. Apart from this, 15 varieties of pulses, six types of phanu and chinsu, 19 kinds of sweet dishes, 11 kinds of special vegetables, eight kinds of jhol, ten kinds of chutney, five kinds of raita, ten kinds of badis and pakodis are also available in Uttarakhand. Are made.
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